प्रोजेक्ट हेलियन्थस: सौर पाल तकनीक से 100 मिनट पहले देगा भूचुंबकीय तूफान की चेतावनी

 सौर तूफानों ने हाल ही में लोगों का ध्यान आकर्षित किया जब अमेरिका के दक्षिणी हिस्सों में भी अरोरा देखा गया। जैसे-जैसे सूर्य अपने नए सौर चक्र में प्रवेश कर रहा है, इन तूफानों की आवृत्ति बढ़ती जा रही है और इसके साथ ही पृथ्वी के बुनियादी ढांचे को खतरा भी। इस चुनौती का समाधान करने के लिए सापिएंजा यूनिवर्सिटी और इतालवी अंतरिक्ष एजेंसी ने प्रोजेक्ट हेलियन्थस विकसित किया है। इस मिशन का उद्देश्य भूचुंबकीय तूफानों के लिए एक नया सौर पाल संचालित चेतावनी प्रणाली बनाना है, जो हमें 100 मिनट पहले चेतावनी देगा।

An illustration of the Light Sail 2 craft with its solar sails deployed. Image Credit: Josh Spradling / The Planetary Society
  • हेलियन्थस का जादू 🌞

वर्तमान में, सौर तूफानों की चेतावनियाँ हमें कुछ ही मिनटों में मिलती हैं, जो नुकसान को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। हेलियन्थस इस समस्या को सुलझाने का प्रयास कर रहा है, जो विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए डिटेक्टरों को 1.5 मिलियन किमी दूर सूर्य की दिशा में sub-L1 नामक एक बिंदु पर स्थापित करेगा। इस मिशन की ख़ासियत यह है कि यह अपने स्थान को बनाए रखने के लिए सौर पाल का उपयोग करेगा, न कि रॉकेट्स का।

  • स्मार्ट तकनीक: कोई रॉकेट नहीं 🚀

प्रोजेक्ट हेलियन्थस की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि यह अपने स्टेशन को बनाए रखने के लिए सौर पाल तकनीक पर निर्भर करेगा। रॉकेट्स की जगह फोटोन दबाव का उपयोग किया जाएगा और इलेक्ट्रोक्रोमिक या लिक्विड-क्रिस्टल एक्ट्यूएटर्स की मदद से छोटी-छोटी समायोजन की जाएगी। इस तकनीक में साल में केवल चार बार स्टेशन-किपिंग की आवश्यकता होगी। इसके अलावा, मिशन की तकनीक में हल्का उपकरण जैसे कोरोनोग्राफ और एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर शामिल हैं, जो सौर पाल प्रणाली के साथ कुशलतापूर्वक काम करेंगे।

  • भविष्य की संभावनाएँ 

इतालवी अंतरिक्ष एजेंसी इस परियोजना को न केवल पृथ्वी की रक्षा के लिए चला रही है, बल्कि सौर पाल प्रणोदन तकनीक में अपने कार्यबल की क्षमताओं को सुधारने के लिए भी। हालांकि यह अभी विकास के चरण में है, प्रोजेक्ट हेलियन्थस भविष्य में पृथ्वी से मंगल तक की यात्रा जैसे मिशनों के लिए मार्ग प्रशस्त कर सकता है। लेकिन इसकी सफलता पूरी तरह से इतालवी अंतरिक्ष एजेंसी की वित्तीय प्रतिबद्धता पर निर्भर करेगी।

By:- Ranjan

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